संता के घर बेटी पैदा हुई.
उसके दोस्त बंता ने कहा- “भाई, बेटी का बाप होना बड़ी मुश्किल जिम्मेदारी है … जब ये बड़ी होगी तो मोहल्ले के लड़के इसे छेड़ेंगे और तुझे बहुत तकलीफ होगी.”
संता – “मेरी बेटी को नहीं छेड़ेंगे …”
बंता – “क्यों ?”
संता – “क्योंकि मैंने अपनी बेटी का नाम ‘दीदी’ रखा है …”
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