एक आदमी अपनी माँ कि कब्र पर फूल चढ़ा कर घर लौटने के लिए अपनी कार कि तरफ आ रहा था तभी उसकी नजर एक दूसरी कब्र की तरफ गयी जहाँ एक आदमी कब्र पर सर पटक पटक कर रोते हुए हुए बार बार कह रहा था!
तुम क्यों मर गए? तुम क्यों मर गए? तुम क्यों मर गए? तुम क्यों मर गए?
वह आदमी उसके पास गया और पूछने लगा, वैसे तो में आपको परेशान नहीं करना चाहता था और आपके दुःख को बदन नहीं चाहता पर मैंने आज तक किसी को इतने दुःख में रोते नहीं देखा, आप किसकी याद में इतना दुःख कर रहे है माँ के लिए, बच्चे के लिए!
वह रोने आदमी वाला थोड़ी देर के लिए चुप हुआ फिर एकदम से बोल पड़ा मेरी पत्नी के पहले पति के लिए!
तुम क्यों मर गए? तुम क्यों मर गए? तुम क्यों मर गए? तुम क्यों मर गए?
वह आदमी उसके पास गया और पूछने लगा, वैसे तो में आपको परेशान नहीं करना चाहता था और आपके दुःख को बदन नहीं चाहता पर मैंने आज तक किसी को इतने दुःख में रोते नहीं देखा, आप किसकी याद में इतना दुःख कर रहे है माँ के लिए, बच्चे के लिए!
वह रोने आदमी वाला थोड़ी देर के लिए चुप हुआ फिर एकदम से बोल पड़ा मेरी पत्नी के पहले पति के लिए!
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